🍁 *حدیث:-* عَنْ أَبِي هُرَيْرَةَ قَالَ: قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ: «إِذَا شَرِبَ الْكَلْبُ فِي إِنَاء أحدكُم فليغسله سبع مَرَّات»
وَفِى رِوَايَةٍ لِمُسْلِمٍ: «طَهُورُ إِنَاءِ أَحَدِكُمْ إِذَا وَلَغَ فِيهِ الْكَلْبُ أَنْ يَغْسِلَهُ سَبْعَ مَرَّاتٍ أولَاهُنَّ بِالتُّرَابِ»
🍁 *तर्जुमा :-* अबू हुरैरा रज़ियल्लाहु अन्हु बयान करते हैं, अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: “जब कुत्ता तुम्हारे किसी शख़्स के बर्तन में से पी ले तो उसे सात मर्तबा धो”। बुखा़री, मुस्लिम।
और मुस्लिम की रिवायत में है: “जब कुत्ता तुम्हारे किसी शख़्स के बर्तन में मुंह डाल दे तो उस बर्तन की पाकीज़गी इस तरह हासिल होगी कि उसे सात मर्तबा धोया जाए उनमें से पहली मर्तबा मिट्टी से साफ़ किया जाए”।
📚 *[मुत्तफ़िक़ अलैह, बुख़ारी (172), मुस्लिम (650,651), मिशकातुल मसाबीह (490)]*
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