🍂🍃ﺑِﺴْـــــــــــــﻢِﷲِالرَّحْمٰنِﺍلرَّﺣِﻴﻢ🍂🍃
🍁 *حدیث:-* وَعَن ابْن عَبَّاس قَالَ قَالَتْ مَيْمُونَةُ: وَضَعْتُ لِلنَّبِيِّ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ غُسْلًا فَسَتَرْتُهُ بِثَوْبٍ وَصَبَّ عَلَى يَدَيْهِ فَغَسَلَهُمَا ثُمَّ صَبَّ بِيَمِينِهِ عَلَى شَمَالِهِ فَغَسَلَ فَرْجَهُ فَضَرَبَ بِيَدِهِ الْأَرْضَ فَمَسَحَهَا ثُمَّ غَسَلَهَا فَمَضْمَضَ وَاسْتَنْشَقَ وَغَسَلَ وَجْهَهُ وَذِرَاعَيْهِ ثُمَّ صَبَّ عَلَى رَأْسِهِ وَأَفَاضَ عَلَى جَسَدِهِ ثُمَّ تَنَحَّى فَغَسَلَ قَدَمَيْهِ فَنَاوَلْتُهُ ثَوْبًا فَلَمْ يَأْخُذْهُ فَانْطَلق وَهُوَ ينفض يَدَيْهِ. وَلَفظه للْبُخَارِيّ
🍁 *तर्जुमा :-* इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हुमा बयान करते हैं, मयमूना रज़ियल्लाहु अन्हा ने फ़रमाया: मैंने नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के लिए ग़ुस्ल करने के लिए पानी रखा और एक कपड़े से आप पर परदा किया, आपने अपने दोनों हाथो पर पानी डाला, तो उन्हें धोया, फिर आपने अपने हाथो पर पानी डाला, तो उन्हें धोया, फिर अपने दाएं हाथ से बाएँ हाथ पर पानी डाल कर शर्मगाह को धोया, फिर आपने अपना हाथ ज़मीन पर मला और इसे धोया, फिर आपने कुल्ली की, नाक में पानी डाला, अपना चेहरा और बाज़ू धोए, फिर सर पर पानी डाला और सारे जिस्म पर पानी बहाया, फिर आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इस जगह से हट कर पाँव धोएं, मैंने आपको कपड़ा दिया लेकिन आप ने ना लिया, फिर आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम हाथो से पानी साफ़ करते तशरीफ़ ले गए और यह अल्फाज़ बुख़ारी के हैं।
📚 *[मुत्तफ़िक़ अलैह, बुख़ारी (276), मुस्लिम (722), मिशकातुल मसाबीह (436)]*
इसी तरह के और मैसेज पढ़ने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और औरों को भी शेयर करें
No comments:
Post a Comment