*रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया :*
जब ज़िबह करो तो अच्छे तरीक़े से ज़िबह करो, तुम में से एक शख्स (जो ज़िबह करना चाहता है) वो अपनी (छुरी की) धार को तेज़ कर ले और ज़िबह किए जाने वाले जानवर को तकलीफ़ से बचाए।
📚 *[सही मुस्लिम : 5055]*
*सय्यदना अब्दुल्लाह बिन अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हु बयान करते हैं :* रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम एक ऐसे शख्स के पास से गुज़रे जो अपना पैर बकरी की गर्दन पर रखे हुए था और छुरी तेज़ कर रहा था और वो बकरी उसको देख रही थी, आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया : क्या तू इसको दो दफ़ा मारना चाहता है।
📚 *[मोअजमुल औसत : 3590, सनद सही]*
इसी तरह और इस्लामिक मैसेज पाने के लिए नीचे दिए गए लिंक को खोले
authenticmessages.blogspot.com
No comments:
Post a Comment