🍂🍃ﺑِﺴْـــــــــــــﻢِﷲِالرَّحْمٰنِﺍلرَّﺣِﻴﻢ🍂🍃
🍁 *حدیث:-* وَعَنْ أَبِي هُرَيْرَةَ قَالَ: قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صلى الله عَلَيْهِ وَسلم: «إِن أُمَّتِي يُدْعَوْنَ يَوْمَ الْقِيَامَةِ غُرًّا مُحَجَّلِينَ مِنْ آثَارِ الْوُضُوءِ فَمَنِ اسْتَطَاعَ مِنْكُمْ أَنْ يُطِيلَ غرته فَلْيفْعَل»
🍁 *तर्जुमा :-* अबू हुरैरा रज़ियल्लाहू अन्हु बयान करते हैं, रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: “बेशक मेरी उम्मत के लोगो को क़यामत के दिन बुलाया जाएगा, तो वुज़ू के निशानों की वजह से उनके हाथ पाँव और पेशानी चमकती होगी, तो तुममें से जो शख़्स अपनी चमक को बढ़ाना चाहे तो वो बढ़ा ले”।
📚 *[मुत्तफ़िक़ अलैह, बुख़ारी (136), मुस्लिम (580), मिशकातुल मसाबीह (290)]*
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