🍂🍃ﺑِﺴْـــــــــــــﻢِﷲِالرَّحْمٰنِﺍلرَّﺣِﻴﻢ🍂🍃
🍁 *حدیث:-* وَعَنْهُ قَالَ: قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسلم: «مِفْتَاحُ الصَّلَاةِ الطُّهُورُ وَتَحْرِيمُهَا التَّكْبِيرُ وَتَحْلِيلُهَا التَّسْلِيمُ» . رَوَاهُ أَبُو دَاوُد وَالتِّرْمِذِيّ والدارمي
🍁 *तर्जुमा :-* अली रज़ियल्लाहू अन्हु बयान करते हैं, रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: “तहारत नमाज़ की चाबी, तकबीर (अल्लाहुअकबर) इसकी तहरीम (इस तकबीर से नमाज़ शुरू करने से पहले जो काम मुबाह थे वो हराम हो जाते है) और तस्लीम (अस्सलामुअलैकुम वाराह्मतुल्लाह) इसकी तहलील है”। ( यानी सलाम फेरने से नमाज़ की सूरत में हराम होने वाले काम हलाल हो जाते हैं)।
📚 *[हसन, अबू दावुद (61), तिरमिज़ी (3), दारमी (693), इब्ने माजा (275) , मिशकातुल मसाबीह (312)]*
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