🍁 *حدیث:-* وَعَنْ أَبِي هُرَيْرَةَ رَضِيَ اللَّهُ عَنْهُ قَالَ: قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ: «إِذَا اسْتَيْقَظَ أَحَدُكُمْ مِنْ نَوْمِهِ فَلَا يَغْمِسْ يَدَهُ فِي الْإِنَاءِ حَتَّى يَغْسِلَهَا فَإِنَّهُ لَا يَدْرِي أَيْنَ بَاتَتْ يَدُهُ»
🍁 *तर्जुमा :-* अबू हुरैरा रज़ियल्लाहू अन्हु बयान करते हैं, रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: “जब तुममें से कोई नींद से जागे हो तो वो अपना हाथ बर्तन में ना डाले यहाँ तक कि इसे तीन मर्तबा धो ले, क्यूंकि वो नहीं जानता कि इसके हाथ ने रात कहाँ गुज़ारी है”।
📚 *[मुत्तफ़िक़ अलैह, बुख़ारी (162), मुस्लिम (643), मिशकातुल मसाबीह (391)]*
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